अकबर बीरबल के किस्से - भाग 41
तीन बच्चे और मुल्ला नसीरुद्दीन
मुल्ला नसीरुद्दीन की पत्नी गर्भवती हुई और उसने मुल्ला नसीरुद्दीन से इस बारे में कहा कि अब हमे थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि कभी भी प्रसव हो सकता है ।
एक रात को दोनों सोये हुए थे और मुल्ला नसीरुद्दीन की पत्नी ने मुल्ला नसीरुद्दीन की और मुहं करके कहा कि मुझे प्रसव पीड़ा हो रहा है इस पर मुल्ला झट से उठा और जल्दी से जाकर मोमबत्ती जला ली । क्योंकि वह अपने नये जन्मे बच्चे को देखना चाहता था ।
थोड़ी देर में उसकी पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया तो मुल्ला क्या देखता है कुछ ही पलों के बाद उसे दूसरे बच्चे की किलकारी सुनाई दी और ऐसे ही थोड़े समय के अंतराल के बाद उसकी पत्नी ने तीसरे बच्चे को जन्म दिया ।
तीनो बच्चो को देखने के बाद मुल्ला नसीरुद्दीन ने मोमबती बुझा दी तो उसकी पत्नी ने उस से सवाल किया कि तुमने ऐसा क्यों किया ?
मुल्ला नसीरुद्दीन ने जवाब दिया तुमने देखा नहीं जब तक मोमबत्ती जल रही थी तुमने एक के बाद एक तीन बच्चो को जन्म दिया अगर मैं मोमबती न बुझाता तो न जाने कितने बच्चे और जन्म लेते ।